यद् (जो, Who) नपुंसकलिंग शब्द के रूप – Yad Napunsak Ling Shabd Roop In Sanskrit
यद् नपुंसकलिंग शब्द रूप: इससे यह लाभ होता है कि संख्याओं के लिये अर्थपूर्ण शब्द बनाने में आसानी होती है। अर्थपूर्ण शब्द रहने से याद करने में सरलता होती है। शंकरवर्मन द्वारा हैं।
यद् (जो) नपुं० – Yaad (Jo) Napun
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | यत् | ये | यानि |
द्वितीया | यत् | ये | यानि |
तृतीया | येन | याभ्याम् | यैः |
चतुर्थी | यस्मै | याभ्याम् | येभ्यः |
पंचमी | यस्मात् | याभ्याम् | येभ्यः |
षष्ठी | यस्य | ययोः | येषाम् |
सप्तमी | यस्मिन् | ययोः | येषु |
यद् नपुंसकलिंग शब्द रूप के विशेष- तृतीया आदि विभक्तियों में पुँल्लिंग ‘यद्’ शब्द के समान रूप होंगे। उदाहरण के लिए प्रातिपदिक (शब्द) में सुप् प्रत्यय लगाकर बने पदों की कारक के अनुसार अर्थयुक्त तालिका आगे प्रस्तुत है-