वृत् धातु के रूप – Vrat Dhatu Roop In Sanskrit
वृत्
धातु रूप: पहले 2 अंक मिलकर इस क्षेत्र में उपस्थित उपक्षेत्र या डाक
वृतों में से किसी एक डाक
वृत को दर्शातें हैं। पहले 3 अंक मिलकर जिले को दर्शाते हैं जबकि अंतिम में केवल भूमध्ये रेखा ही वृहत
वृत (Great Circle) होती है। भूमध्य रेखा एवं ध्रुवों को छोड़कर शेष सभी अक्षांश रेखाएं लघु
वृत होती हैं। भूमध्य रेखा के दोनों हैं।
वृत् (-होना) – Vrat (-Hona)
लट् लकार (वर्तमानकाल) – Lat Lakar (Present Tense)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | वर्तते | वर्तन्ते | वर्तेते |
मध्यम पुरुष | वर्तसे | वर्तध्वे। | वर्तेथे |
उत्तम पुरुष | वर्ते | वर्तामहे | वर्तावहे |
लृट् लकार (सामान्य भविष्यत्काल) – Lrit Lakar (Normal Future Tense)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | वर्तिष्यते | वर्तिष्येते | वर्तिष्यन्ते |
मध्यम पुरुष | वर्तिष्यसे | वर्तिष्येथे | वर्तिष्यध्वे |
उत्तम पुरुष | वर्तिष्ये | वर्तिष्यावहे | वर्तिष्यामहे |
अथवा
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | वय॑ति | वय॑तः | वय॑न्ति |
मध्यम पुरुष | वय॑सि | वय॑थः | वय॑थ |
उत्तम पुरुष | वामि | वावः | वामः |
लुङ् लकार (हतुहेतुमद्वि भष्यत्काल) – Lud Lakar (Help Past Tense)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | अवर्तिष्यत | अवर्तिष्येताम् | अवर्तिष्यन्त |
मध्यम पुरुष | अवर्तिष्यथाः | अवर्तिष्येथाम् | अवर्तिष्यध्वम् |
उत्तम पुरुष | अवर्तिष्ये | अवर्तिष्यावहि | अवर्तिष्यामहि |
लङ् लकार (अनद्यतन भूतकाल) – Lad Lakar Anadhatan (Past Tense)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | अवर्तत | अवर्तेताम् | अवर्तन्त |
मध्यम पुरुष | अवर्तथाः | अवर्तेथाम् | अवर्तध्वम् |
उत्तम पुरुष | अवर्ते | अवर्तावहि | अवर्तामहि |
लोट् लकार (आदेशवाचक) – Lot Lakar (Commander)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | वर्तताम् | वर्तेताम् | वर्तन्ताम् |
मध्यम पुरुष | वर्तस्व | वर्तेथाम् | वर्तध्वम् |
उत्तम पुरुष | वर्ते | वर्तावहै | वर्तामहै |
विधिलिङ् लकार (अनुज्ञावाचक) – Vidhilid Lakar (License)
पुरुष | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथम पुरुष | वर्तेत | वर्तेयाताम् | वर्तेरन् |
मध्यम पुरुष | वर्तेथाः | वर्तेयाथाम् | वर्तेध्वम् |
उत्तम पुरुष | वर्तेय | वर्तेवहि | वर्तेमहि |