तृच् प्रत्ययः – Truch Pratyay in Sanskrit
Truch Pratyay in Sanskrit: कर्ता अर्थ में अर्थात् हिन्दी भाषा का ‘करने वाला’ इस अर्थ में धातु के साथ ‘तृच’ प्रत्यय होता है। इसका ‘तृ’ भाग शेष रहता है और ‘च’ का लोप हो जाता है। तृच् – प्रत्ययान्त शब्दों के रूप तीनों लिङ्गों में चलते हैं।(कृत् प्रत्यय) तीनों लिङ्गों में ही रूप होते हैं। यहाँ केवल पुल्लिङ्ग में ही उदाहरण प्रस्तुत किए जा रहे हैं।
तृच् प्रत्ययः – Truch Pratyay in Sanskrit ke Udaharan