संस्कृत शबद रोप: (संस्कृतम्) भारत देश की एक भाषा है। इसे देववाणी अथवा सुरभारती भी कहा जाता है। यह विश्व की सबसे प्राचीन भाषा है। संस्कृत एक हिंद-आर्य भाषा हैं- नवन् (नौ),दशन् (दस) तथा एकादशन् आदि समस्त नकारान्त संख्यावाची शब्दों के रूप ‘पञ्चन्’ शब्द के समान चलते हैं।
पूरणी (क्रम) संख्या संस्कृत – (Pooranee Kram Sankhya Sanskrt) = Poorani Serial Number Sanskrit
संख्या | पुं० तथा नपुं० | स्त्रीलिंग | |
१. | एकम् | प्रथम | प्रथमा |
२. | द्वि | द्वितीय | द्वितीया |
३. | त्रि | तृतीय | तृतीया |
४. | चतुर् | चतुर्थ, तुर्य, तुरीय | चतुर्थी, तुरीया |
५. | पञ्चन् | पञ्चम | पञ्चमी |
६. | षष | षष्ठ | षष्ठी |
७. | सप्तन् | सप्तम | सप्तमी |
८. | अष्टन् | अष्टम | अष्टमी |
९. | नवन् | नवम | नवमी |
१०. | दशन | दशम | दशमी |
११. | एकादशन् | एकादश | एकादशी |
१२. | द्वादशन् | द्वादश | द्वादशी |
१३. | त्रयोदशन् | त्रयोदश | त्रयोदशी |
१४. | चतुर्दशन् | चतुर्दश | चतुर्दशी |
१५. | पञ्चदशन् | पञ्चदश | पञ्चदशी |
१६. | षोडशन् | षोडश | षोडशी |
१७. | सप्तदशन् | सप्तदश | सप्तदशी |
१८. | अष्टादशन् | अष्टादश | अष्टादशी |
१९. | नवदशन्, | एकोनविंश, | एकोनविंशी, |
– | एकोनविंशति | एकोनविंशतितम | एकोनविंशतितमी |
– | या | या | या |
– | ऊनविंशति, एकान्नविंशति | ऊनविंश, ऊनविंशतितम | ऊनविंशी, ऊनविंशतितमी |
२०. | विंशति | विंश, विंशतितम | विंशी, विंशतितमी |
पूरणी (क्रम) संख्या संस्कृत: उदाहरण के लिए प्रातिपदिक (शब्द) में सुप् प्रत्यय लगाकर बने संख्या की कारक के अनुसार अर्थयुक्त तालिका आगे प्रस्तुत है-