Kerala Plus Two Hindi Textbook Answers Unit 3 मान-सम्मान मिले नारी को
मान-सम्मान मिले नारी को इकाई परिचय :
तीसरी इकाई है ‘मान सम्मान मिले नारी को’। इसमें एक आत्मकथांश, हिंदीतर प्रदेश की कविता, कहानी एवं हाइकू कविता है। बिदाई किसी भी हालत में दर्दनाक है, चाहो वह मिट्टी की हो या कन्या की। एकांत श्रीवास्तव का आत्मकथांश संबंधों की गहराई को सच्चे आँकनेवाला आइना बन गया है। अच्छे सपने कौन नहीं चाहते। सपने में हम अपने अभावों की पूर्ति की तसल्ली पाते हैं।
हिंदीतर भाषी कवि डॉ बाबू ने वाणी दी है ऐसी एक औरत की पीड़ा को जिसका सपना भी दर्द भरा है। इकाई का तीसरा पाठ अमृता प्रीतम की कहानी है। कहानी में नारीत्व की रक्षा के लिए जिंदगी भर तड़पती रहनेवाली एक ग्रामीण नारी के संघर्षों का चित्रण किया है। यह कहानी नारी समाज के लिए प्रेरणादायक है। इकाई का अंतिम पाठ जापानी कविता शैली हाइकू में रचित छोटी छोटी कविताओं का है। कुल मिलाकर यह इकाई नारी समस्या को संबोधित करती है।
मान-सम्मान मिले नारी को : (Malayalam)