Kerala Plus One Hindi Previous Year Question Papers and Answers 2016
Time : 2 1/2 Hours
Cool-oft time: 15 MInutes
General Instructions Candidates:
- There is a ‘cool off time’ of 15 minutes in addition to the writing time of 2% hrs.
- Your are neither allowed to write your answers nor to discuss anything with others during the cool off time’.
- Read questions carefully before answering.
- All questions are compulsory and only internal choice is allowed.
- When you select a question, all the sub-questions must be answered from the same question itself.
- Electronic devices except non-programmable calculators are not allowed in the Examination Hall
सूचना : निम्नमिलिखित कवितांश पढ़िये और 1 से 4 तक के प्रश्नों का उत्तर लिखिए।
आदमी का स्वप्न? है वह बुलबुला जल का,
आज बनता और कल फिर फूट जाता है;
किंतु, तो भी धन्य; ठहरा आदमी ही तो!
बुलबुलों से खेलता, कविता बनाता है।
मैं न बोला, किंतु मेरी रागिनी बोली,
चाँद ! फिर से देख, मुझको जानता है तू?
स्वप्न मेरे बुलबुले है? है यही पानी?
आग को भी क्या नहीं पहचानता है तृ!
प्रश्न : 1.
यह कवितांश किस कविता से लिया गया है?
उत्तर :
चाँद और कवि
प्रश्न 2.
कविता के ‘रागिनी’ शब्द का समानार्थी शब्द कोष्ठक से चुनकर लिखिए
(उपन्यास, नाटक, कविता, कन्या)
उत्तर :
कविता
प्रश्न 3.
जल के बुलबुले की विशेषता क्या है?
उत्तर :
जल के बुलबुले आज बनते हैं और कल फूट जाते हैं। उसका अस्तित्व क्षणिक है।
प्रश्न 4.
कवितांश की आस्वादन टिप्पणी लिखिए।
सूचना : निम्नलिखित खंड पढ़िये और 5 से 10 तक के प्रश्नों का उत्तर लिखिए।
रामशरण अपनी पत्नी के साथ ससुराल गया था। वहाँ पहुँचा तो उसको मालूम हआ कि वहाँ संपत्ति का बँटवारा हो रहा है।
ससुर ने अपने चारों पुत्रों में संपत्ति का बँटवारा समान रूप से किया और बड़े पत्र से कहा, “में तुम्हारे साथ रहना चाहता हूँ।” मगर बड़े पुत्र ने कहा, “मेरे यहाँ रहने पर चारों बहनें यहाँ आयेंगी और मेरे लिए खर्च अधिक आयेगा। इसलिए मैं आपको अपने पास रखने में असमर्थ हूँ।”
शेष तीनों भाईयों ने भी यही बात कही। अंत में ससुर ने चार बहिनों को भी चारों भाईयों में बाँट दिया।
एक एक भाई को अकेली बहिन का खर्च स्वीकार था और स्वयं तीन तीन महीने एक एक पुत्र के यहां रहने का निश्चय किया। सभी सहमत हो गये।
वापस घर आते समय रामशरण सोच रहा था कि संपत्ति का बँटवारा तो देखा है, यहाँ रिश्तों का बँटवारा तो पहली बार देखा है।
(ससुराल-पत्नी का घर, ससुर-Father of the wife, बँटवारा करना- to divide, रिश्ता-relation)
उत्तर :
‘चाँद और कवि’ रामधारी सिंह दिनकर द्वारा रचित प्रगतिशील कविता है। इसमें चाँद और कवि के बीच हुए बातचीत का वर्णन है। चाँद कवि पर व्यंग्य करते हुए कहते हैं – तुम मनुष्य स्वप्न देखनवाले हैं। लेकिन तुम्हारा स्वप्न पानी के बुलबुले के समान क्षणिक और नश्वर है। वह आज बनता है और कल फूट जाता है, वास्तविक दुनिया से इसका कोई संबंध नहीं। फिर भी बुलबुलों से खेलकर कविता बनानेवाले अपने को तुम धन्य मानते हैं। चाँद का उपहास सुनकर कवि चुप रहा। कवि के बदले उनकी कविताएँ बोलने लगी।
चाँद को ललकारते हुए उनकी कविताएँ कहने लगी – तुम ध्यान से देखो मुझे। तुमने मुझे ठीक तरह से पहचाना नहीं। मेरे स्वप्न (कविताएँ) पनी के बुलबुले जैसे नहीं, वह आग के समान है। सबको जलाकर राख बनाने की क्षमता उसमें हैं। चाँद से कवि यही कहना चाहते है कि उनकी कविताएँ निरर्थक नहीं है। उनका आधार बहुत मजबूत है।
प्रश्न : 5.
रामशरण कहाँ गया था? (1)
उत्तर :
रामशरण ससुराल गया था।
प्रश्न 6.
ससुर ने अपने चारों पुत्रों में संपत्ति का बँटवारा कैसे किया? (1)
उत्तर :
ससुर ने अपने चारों पुत्रों में संपत्ति का बँटवारा समान रूप से किया।
प्रश्न 7.
बड़े पुत्र ने पिता से क्या कहा? (2)
उत्तर :
बडे पुत्र ने पिता से कहा कि पिता उनके पास रहने से चारों बहनें वहाँ आएँगी और उसके लिए खर्च अधिक होगा।
प्रश्न 8.
घर वापस आते समय रामशरण सोच रहा था कि संपत्ति का बँटवारा तो देखा है,
यहाँ रिश्तों का बँटवारा तो पहली बार देखा है। रामशरण की उस दिन की डायरी लिखिए। (7)
उत्तर :
बुधवार
12.3.2016
संपत्ति का बंटवारा तो मैं ने कई बार सुना है और देखा भी है। लेकिन रिश्तों का बँटवारा पहली बार देख रहा हूँ। यह देखकर में बिलकुल चकित रह गया। आज में पत्नी के साथ ससुराल गया था, वहाँ संपत्ति का बँटवारा हो रहा था। ससुर ने अपने चारों पुत्रों में संपत्ति की समान रूप से बँटवारा किया। बाद में उन्होंने बड़े पुत्र से कहा कि वे उनके साथ रहना चाहते है। लेकिन उन्हें यह मंजूर नहीं था क्योंकि ऐसे होने से चारों बहनें उनके पास आएँगी और खर्च बहुत होगा। शेष तीनों ने भी यही बात दुहराई। अंत में ससुर ने चारों बहनों को भी चारों भाइओं के लिए बाँट दिया। क्या जमाना है यह? अपने पिता को देखने में असमर्थ बेटे सदा खर्च के बारे में सोचते रहते हैं। आखिर बहनों को भी बाँट देना पड़ा।
प्रश्न 9.
खंड़ का संक्षेपण कीजिए। (6)
उत्तर :
रमशरण अपनी पत्नी के साथ ससुराल गया था। वहाँ संपत्ति का बँटवारा हो रहा था। चारों पुत्रों को समान रूप से बाँट देने के बाद ससुर ने बड़े पत्र के साथ रहने की इच्छा प्रकट की। उनके साथ रहने पर चारों बहनें यहाँ आएँगी और खर्च बहुत होगी। इसलिए उन्हें मंजूर नहीं था। ससुर ने चारों बहनों को भी चारों
भाइयों में बांटा। रामशरण जीवन में पहली बार यह रिश्तों का बाँटवारा देख रहा था।
प्रश्न 10.
संक्षेपण के लिए उचित शीर्षक लिखिए। (1)
उत्तर :
रिश्तों का बँटवारा
सूचना : निम्नलिखित 11 से 16 तक के प्रश्नों का उचित हिंदी शब्द कोष्ठक से चुनकर मिलान कीजिए। (6)
(खोज, रद्द करें, प्रस्थान, ईक्षण, गोपनीयता, संचिका, कूड़ेदान)
प्रश्न 11.
Cancel :
उत्तर :
रद्द करें
प्रश्न 12.
Editing :
उत्तर :
ईक्षण
प्रश्न 13.
File
उत्तर :
संचिका
प्रश्न 14.
Trash :
उत्तर :
कूडेदान
प्रश्न 15.
Privacy :
उत्तर :
गोपनीयता
प्रश्न 16.
Search :
उत्तर :
खोज
सूचना : जुलूस नाट्यरूपान्दर के बीरबलसिंह के निम्नलिखित कथन पढ़िये और प्रश्न 17 का उत्तर लिखिए।
बीरबलसिंह
तुम लोगों को आगे जाने का हुक्म नहीं है।
फिर से सोच ले। बहुत नुकसान उठाना पड़ेगा।
अभी तो वक्त है, इब्राहिम अली साहब ….. आप मेरे सामने से हट जाएँ।
प्रश्न 17.
इस कथन के आधार पर बीरबलसिंह के चरित्र पर टिप्पणी लिखिए। सचना : निम्नलिखित दोहा पढ़िये और प्रश्न 18 एवं 19 का उत्तर लिखिए।
लघुता से प्रभुता मिले, प्रभुता से प्रभु दूरि ।
चौटी ले शक्कर चली, हाथी के सिर धूरि ।।
उत्तर :
बीरबलसिंह भारतीय है लेकिन अंग्रेजों के पिठू बन गए हैं। वह अंग्रेजों के हकम माननेवाले अत्याचारी पुलिस आफ़सर है। वे देशप्रेमी नहीं है। उनके मन में अपने भाइओं के प्रति सहानुभूति नहीं है।
प्रश्न 18.
‘धूली’ शब्द का समानार्थी शब्द कोष्ठक से चुनकर लिखिए। (चींटी, हाथी, धूरि, दूरि) (1)
उत्तर :
धूरि
प्रश्न 19.
इस दोहे का भावार्थ लिखिए
उत्तर :
कबीरदास कहते हैं – सादगी से विनम्रता मिलती है। विनम्रता से अहंकार दूर हो जाते हैं। मन में अहंकार है तो ईश्वर उन से दूर हो जाते हैं। चींटी और हाथी के उदाहरण से कबीर इसका समर्थन करते हैं। चींटी आकार में छोटा है, विनम्रता का प्रतीक है। चींटी आकार में छोटे होकर भी बड़ी शक्कर लेकर चल सकती है। उनके मन में अहंकार नहीं। लेकिन बड़े होने पर भी हाथी मन में गर्व करती है। उसके सिर पर सिर्फ धूल ही रहती है। विनम्रता से महत्व बढ़ता है – यही संदेश दोहे के द्वारा कबीरदास देना चाहते हैं।
प्रश्न 20.
निम्नलिखित अंग्रेजी बातचीत का हिंदी में अनुवाद कीजिए।
Hema : Hello, Sreekala! Where are you going?
Sreekala : I am going to Ernakulam.
Hema : For what?
Sreekala : I have an interview for teacher’s post at Navodaya Vidyalaya.
Hema : Which subject you have taken for your M.A.?
Sreekala : Hindi. It is my favourate subject.
(Interview – साक्षात्कार, favourate – पसंदीदा)
उत्तर :
हेमा : हलो, श्रीकला तुम कहाँ जा रही हो?
श्रीकला : मैं एरणाकुलम जा रही हूँ।
हेमा : क्या बात है?
श्रीकला : नवोदया विद्यालय में अध्यापिका के पद के लिए मुझे एक साक्षात्कार है।
हेमा : तुम एम. ए के लिए कौन-सा विषय लिया था?
श्रीकला : हिंदी। यह मेरा पसंदीदा विषय है।
प्रश्न 21.
निम्नलिखित सहायक बिंदु के आधार पर वार्तालाप तैयार कीजिए।
संभ्रान्त महिला रेलगाड़ी से कुछ चीजें बाहर फेंकती जा रही थी। तब सहयात्री और संभ्रान्त महिला के बीच का संभावित वार्तालाप तैयार कीजिए। (7)
सहायक बिंदु:
- रेलगाड़ी से चीजें बाहर फेंकना
- सहयात्री द्वारा पूछा जाना
- नि:स्वार्थ सेवा
- दुनिया में रहने लायक
सूचना : निम्नलिखित 22 से 26 तक के प्रश्नों में से किन्हीं तीन प्रश्नों का उत्तर लिखिए।
उत्तर :
सहयात्री : अरे बूढ़ी माँ, आप क्या कर रही हैं?
महिला : मैं कुछ फलों और फूलों के बीज फेंक रही हूँ।
सहयात्री : इससे आपको क्या फ़ायदा है?
महिला : मुझे कुछ फ़ायदा नहीं है।
सहयात्री : फिर आप ऐसा क्यों कर रही हैं?
महिला : मैं यही सोचती कि दूसरों को कुछ फ़ायदा मिल जाए।
सहयात्री : वह कैसे?
महिला : इनमें से कुछ अगर जड़ पकड़ लेंगे तो इसका कुछ फ़ायदा हो।
सहयात्री : यह आपको कैसे पता चलेगा, बूढ़ी माँ?
महिला : मैं यह नहीं सोचता कि इस रास्ते से फिर में गुज़रू या न गुज़रूँ, फिर भी यह मौका में
छोड़ती नहीं। सहयात्री : आप जैसी परोपकारी दुनिया में नहीं होगी माँ?
महिला : हमेशा दूसरों की भलाई सोचा बेटी।
प्रश्न 22.
निम्नलिखित सहायक बिंदु के आधार पर पत्र लिखिए। (3×8=24)
बच्चे से भेंट होने यर दिलीप को मालूम हुआ कि असली दुःख क्या है? इसलिए वह हेमा का पत्र फाड़ देता है। असली दुःख क्या है – यह समझाने के लिए दिलीप हेमा के नाम पर एक पत्र लिखता है। वह पत्र कल्पना करके लिखिए।
सहायक बिंदु:
- बच्चे से भेंट
- माँ-बेटे की परेशानियाँ
- माँ-बेटे का प्यार
- असली दुःख की पहचान और तुलना
उत्तर :
बरेली
21.3.2016
प्रिय हेमा,
केसी हो तुम? सोचता हूँ कि तुम घर खुशी से हो। तुमने कहा था ना कि इस दुनिया में दुख भोगने के लिए पैदा हुई है। लेकिन कल एक गरीब बच्चे से मेरी भेंट हुई है जिससे मैंने असली दुख को समझ लिया है। यह गरीब बच्चा माँ के साथ झोंपड़ी में रहता था। रास्ते पर स्ट्रीट लेट के सामने नीचे बैठकर पकौडे वेचते हुए मैंने उसे देख लिया था। उस निरीह बालक से मैंने पूरे पकोड़े खरीदे। छुट्टा देने के लिए उनके पास पैसे नहीं थे। मैं पैसा वापस लेने केलिए उनकी झोंपड़ी तक गया। बालक और माँ की दशा देखकर मुझे बहुत दुःख हुआ। उन्हें खाने केलिए रोटी तक नहीं थी। उस माँ और बेटे की परेशानी का बयान मुझसे नहीं कर सकता। माँ को अधिकांश दिन भूखा रहनी पड़ती थी।
लेकिन सभी परेशानियों के बावजूद भी वह अपने बेटे को प्यार से खिलाती थी। भूख सहने पर भी माँ और उस बेटे के बीच का संबंध देखकर में बिलकुल चकित रह गया। हेमा, असल में उस वक्त मुझे तेरी याद आई। सभी सुविधाओं के रहने पर भी तुम अपने को दुखी मानती तुम्हें जीवन में कभी भूख का सामना करने का मौका तक नहीं आया। उस बालक और माँ को देखकर मुझे असली दुख का पता चला। उनके दुख के सामने तेरे दुख बिलकुल नकली ही लग रहा है। मेरा विश्वास है कि तुम भी एक दिन असलियत पहचान लेंगी और वापस आयेंगी।
तुम्हारा अपना परिदेव
दिलीप
प्रश्न 23.
निम्नलिखित सहायक बिंदु के आधार पर किसी एक मनपसंद फिल्म की समीक्षा लिखिए।
सहायक बिंदु:
- फिल्म का कथासार
- पात्रों का अभिनय
- निदेशक की भूमिका
- पटकथा, संवाद, छायांकन, गीत आदि
- फिल्म की समग्रता पर अपना दृष्टिकोन
उत्तर :
फिल्मी समीक्षा – ‘जय हो’
सही कहा है किसी ने, सत्य परेशान हो सकता है, पराजित नहीं – सुहेल खान द्वारा निर्देशित ‘जय हो’ हमें एक ऐसा संदेश देता है। फिल्म हमें यह दिखाती है कि आज दुनिया भर भ्रष्टाचार की छाया है। राजनीति, शासन, पुलिस आदि में व्याप्त भ्रष्टाचार की बात कही गई है। फिल्म का केन्द्र एक परिवार है, जिसका बेटा जय अग्निहोत्री (सलमान खान) सेना में हैं। जय ऐसा एक व्यक्ति है, जो कहीं कुछ गलती देखता है, उसके विरुद्ध आवाज़ उठाता है और उसके लिए किसी से भी लड़ते हैं।’
सेना से बरखास्त करने के बाद वह अपने मित्रों के साथ एक चेन बनाता है। इसका लक्ष्य है कि लोगों को भी अपने जेसे बनाना अर्थात लोगों में दूसरों को मदद करने की बढ़ाना। जय या साथी जिन लोगों की मदद करते हैं और जब वे उन्हें थेंक्यू कहे तो जय और साथी उन्हें कहते हैं, थैक्यू नहीं इसके बदले आप तीन और लोगों की मदद कीजिए और उन्हें भी यही कहिए कि वे भी थेंक्यू के बदले दूसरों की मदद करें। इस तरह से करोड़ लोगों की एक चेन बन जाती है। इस तरह दुनिया को स्वस्थ और स्वच्छ बनाया जा सकता है।
अपनी मददगार स्वभाव से एक बार उसकी मुलाकात राज्य के गृह-मंत्री दशरथ सिंह (डैनी) और परिवार से होता है। दशरथ सिंह बेहद भ्रष्ट और ताकतवर है। उसकी ताकत में जय की बहन गीता (तुब) डर जाती है। गीता जय पर समझौते का दवाब डालती है। जय, बहन की बातें सुनकर समझौते के लिए आता है, लेकिन अपने स्वभाव के कारण मंत्री को सबक सिखाता है।
ए.आर. मुरुगदास द्वारा लिखी गयी कहानी – ‘स्टालिन’ – इसकी आथार है। अंतराल तक रोमांस, कामड़ी और ऐक्शन के सहारे आगे बढ़ाया गया है, शेष भाग में जय और दशरथ के बीच लड़ाई है। इसमें सलमान खान, नव प्रतिभा डेज़ी शाह, तबु और सना खान की महत्वपूर्ण भूमिका है। पटकथा दिलीप शुक्ला का है, जो स्तरीय है। छायांकन संतोष तुंडियिल ने किया है। वास्तव में फिल्म देखते समय हमें ऐसा लगता है, हम आम घटनाओं को ही देख रहे हैं।
प्रश्न 24.
निम्नलिखित सहायक बिंदु के आधार पर सम्पादकीय तैयार कीजिए।
‘जनसंचार माध्यम का प्रभाव – छात्रों में लाभ और हानि’ इस विषय पर सम्पादकीय तैयार कीजिए।
सहायक बिंदु: ‘
- मोबेल, टेलिविजन, इन्टरनेट – आधुनिक युग का वरदान
- बटन दबाने पर दुनिया भर की खबरें
- दुनिया भर के लोगों से सम्पर्क
- युवा पीढ़ी का आकर्षण
- विपत्तियाँ – माध्यमों का दुरुपयोग
उत्तर :
दैनिक जागरण
बुधवार 20 मार्च 2016
जनसंचार माध्यम का असर – छात्रों में …….
21 वीं सदी में सूचनाओं, विचारों और भावनाओं का आदान – प्रदान कई वेग से होता जा रहा है। प्रत्यक्ष संवाद के बजाय किसी तकनीकी या यांत्रिक माध्यम रेडियो, टी.वी, इंटरनेट द्वारा समाज के विशाल वर्ग से संवाद कायम रखना जनसंचार कहलाता है। आज जनसंचार माध्यमों ने हिंदी को विश्व भाषा बनाने में महती भूमिका निभा रहे हैं। यह मीडिया का युग है, विशेषकर इलक्रोनिक मीडिया का। आज मीडिया परी जनचेतना पर छा गया है। जीवन के हर पहलू में समा गया है। मोबैल, टेलिविज़न, इंटरनेट आदि आधुनिक समाज का वरदान ही |
है। दुनिया भर की खबरें पल-भर में इन जनसंचार माध्यमों द्वारा कोने-कोने तक पहुँचता है। इंटरनेट के आगमन से दुनिया भर की खबरें आसानी से हम जान सकते हैं। दुनिया भर के लोगों के बीच संबंध जोड़ने में इन जनसंचार माध्यमों की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसपर युवा पीढ़ी का आकर्षण बढ़ता जा रहा है। फेसबुक, वाट्स आप आदि के गुलाम बन गये हैं नई पीढ़ी। इन माध्यमों के दो पहलू है – अच्छा या बुरा। असल में बुराइयाँ इन माध्यमों का नहीं, इनके इस्तेमाल करनेवाले लोगों का है। जनसंचार माध्यमों का सही उपयोग समाज की भलाई के लिए ज़रूरी है।
प्रश्न 25.
दिये गये सहयक बिंदु के आधार पर निम्नलिखित विषय पर विज्ञापन तैयार कीजिए।
‘पोलसन’ कंपनी के द्वारा रेफ्रिजरेटर का एक नया मोड़ल बाज़ार में आया है। उसकी बिक्री बढ़ाने के लिए एक विज्ञापन तैयार कीजिए।
सहायक बिंदु:
- नई कुल शावर टेक्नोलजी
- बहतरीन डिज़ाईन
- पसंदीदा रंगों में
- मुफ्त मिक्सर ग्राईन्डर
उत्तर :
प्रश्न 26.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ये चेतावनियाँ पढ़िए।
नशीले पदार्थो से भरा जीवन मानवता को नष्ट करने के लिए पर्याप्त है। नशीले पदार्थों की बिक्री में कानूनी रोकथाम होने पर भी स्कूल के पास इसकी बिक्री बढ़ रही है। बारबार शिकायत करने पर भी कोई फायदा नहीं हुआ।
इस विषय पर क्या करवाई की गयी, उसकी जानकारी पाने के लिए रवीन्द्रन पी, अध्यापक अभिभावक संघ के अध्यक्ष, रामविलासम उच्च माध्यमिक विद्यालय, कन्नूर की ओर से सार्वजनिक सूचना अधिकारी, नारकोटिक विभाग, केरल सरकार के नाम पर एक सूचना अधिकार पत्र तैयार कीजिए।
(नशीले पदार्थ – narcotics, सावधानी – attention)
उत्तर :
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