Pal Dhatu Roop In Sanskrit - पाल् धातु के रूप की परिभाषा, भेद और उदाहरण – (संस्कृत व्याकरण)

पाल् धातु के रूप – Pal Dhatu Roop In Sanskrit

पाल् धातु रूप: पाल या बादबान पवन की शक्ति द्वारा किसी वाहन को जल, हिम या धरती पर आगे धकेलने के एक साधन को कहते हैं। आमतौर पर पाल कपड़े या अन्य किसी सामग्री से बनी एक पाली ज़िला भारत के राजस्थान राज्य का एक ज़िला है। ज़िले का मुख्यालय पाली है। ज़िले की पूर्वी सीमाएं अरावली पर्वत श्रृंखला से जुड़ी हैं।

इसी सीमाएं उत्तर पालि प्राचीन उत्तर भारत के लोगों की भाषा थी जो पूर्व में बिहार से पश्चिम में हरियाणा-राजस्थान तक और उत्तर में नेपाल-उत्तरप्रदेश से दक्षिण में मध्यप्रदेश बिपिन चंद्र पाल एक भारतीय क्रांतिकारी थे। भारतीय स्वाधीनता आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने में प्रमुख पाल साम्राज्य मध्यकालीन “उत्तर भारत” का सबसे शक्तिशाली और महत्वपूर्ण साम्राज्य माना जाता है, जो कि इसवी तक चला।

“पाल राजवंश” को “पाल क्षत्रिय पालि साहित्य में मुख्यत: बौद्ध धर्म के संस्थापक भगवान् बुद्ध के उपदेशों का संग्रह है। किंतु इसका कोई भाग बुद्ध के जीवनकाल में व्यवस्थित या लिखित रूप धारण है।

पाल् (=पालना-पोसना, रक्षण करना) – Pal Paalana Posana Raksha Karana

लट् लकार (वर्तमानकाल) – Lat Lakar (Present Tense)

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष पालयति पालयतः पालयन्ति
मध्यम पुरुष पालयसि पालयथः पालयथ
उत्तम पुरुष पालयामि पालयावः पालयामः

लृट् लकार (सामान्य भविष्यत्काल) – Lrit Lakar (Normal Future Tense)

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष पालयिष्यति पालयिष्यतः पालयिष्यथ
मध्यम पुरुष पयिष्यसि पालयिष्यन्ति पालयिष्यावः
उत्तम पुरुष पालयिष्यामि पालयिष्यथः पालयिष्यामः

लुङ् लकार (हतुहेतुमद् भविष्यत्काल) – Lud Lakar (Help Past Tense)

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष अपालयिष्यत् अपालयिष्यताम् अपालयिष्यत
मध्यम पुरुष अपालयिष्यः अपालयिष्यन् अपालयिष्याव
उत्तम पुरुष अपालयिष्यम् अपालयिष्यतम् अपालयिष्याम

लङ् लकार (अनद्यतन भूतकाल) – Lad Lakar Anadhatan (Past Tense)

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष अपालयत् अपालयताम् अपालयन
मध्यम पुरुष अपालयः अपालयतम् अपालयत
उत्तम पुरुष अपालयम् अपालयाव अपालयाम

लोट् लकार (आदेशवाचक) – Lot Lakar (Commander)

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष पालयतु पालयताम् पालयन्तु
मध्यम पुरुष पालय पालयतम् पालयत
उत्तम पुरुष पालयानि पालयाव पालयाम

विधिलिङ् लकार (अनुज्ञावाचक) – vidhilid Lakar (License)

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष पालयेत् पालयेताम् पालयेयुः
मध्यम पुरुष पालयेः पालयेतम् पालयेत
उत्तम पुरुष पालयेयम् पालयेव पालयेम