Ish Dhatu Roop In Sanskrit - इष् (चाहना, इच्छा करना) धातु के रूप की परिभाषा, भेद और उदाहरण – (संस्कृत व्याकरण)

इष् (चाहना, इच्छा करना) धातु के रूप – Ish Dhatu Roop In Sanskrit

इष् धातु रूप: एक मनोवृत्ति जो किसी ऐसी वस्तु की प्राप्ति की ओर ध्यान ले जाती है जिससे किसी प्रकार के सुख की संभावना होती है । कामना । लालसा । अभिलाषा । चाह । ख्वाहिश । विषेष—वेदांत और सांख्य में इच्छा को मन का धर्म माना है । पर न्याय और वैशेषिक में इसे आत्मा (गुण) धर्म या व्यापार माना गया है ।

इष् (चाहना, इच्छा करना) – Ish (Chahana, Ichchha Karana)

लट् लकार (वर्तमानकाल) – Lat Lakar (Present Tense)

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष इच्छति इच्छतः इच्छन्ति
मध्यम पुरुष इच्छसि इच्छथः इच्छथ
उत्तम पुरुष इच्छामि इच्छावः इच्छामः

लृट् लकार (सामान्य भविष्यत्काल) – Lrit Lakar (Normal Future Tense)

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष एषिष्यति एषिष्यतः एषिष्यन्ति
मध्यम पुरुष एषिष्यसि एषिष्यथः एषिष्यथ
उत्तम पुरुष एषिष्यामि एषिष्यावः एषिष्यामः

लुङ् लकार (हतुहेतुमद्भविष्यत्काल) – Lud Lakar (Help Past Tense)

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष ऐषिष्यत् ऐषिष्यताम् ऐषिष्यन्
मध्यम पुरुष ऐषिष्यः ऐषिष्यतम् ऐषिष्यत
उत्तम पुरुष ऐषिष्यम् ऐषिष्याव ऐषिष्याम

लङ् लकार (अनद्यतन भूतकाल) – Lad Lakar Anadhatan (Past Tense)

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष ऐच्छत् ऐच्छताम् ऐच्छन्
मध्यम पुरुष ऐच्छः ऐच्छतम् ऐच्छत
उत्तम पुरुष ऐच्छम्ऐच्छाव ऐच्छाम

लोट् लकार (आदेशवाचक) – Lot Lakar (Commander)

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष इच्छतु इच्छताम् इच्छन्तु
मध्यम पुरुष इच्छ इच्छतम् इच्छत
उत्तम पुरुष इच्छानि इच्छाव इच्छाम

विधिलिङ् लकार (अनुज्ञावाचक) – Law Lakar (License)

पुरुष एकवचन द्विवचन बहुवचन
प्रथम पुरुष इछेत् इच्छेताम् इच्छेयुः
मध्यम पुरुष इच्छे: इच्छेतम् इच्छेत
उत्तम पुरुष इच्छेयम् इच्छेव इच्छेम