गिर शब्द के रूप – Gir Shabd Roop In Sanskrit
गिर शब्द रूप: [(बहुविकल्पी शब्द)वर्णों] से बनी हुई स्वतंत्र सार्थक ईकाई ही’शब्द’कहलाते है। जैसे- एक वर्ण से निर्मित शब्द- न (नहीं) व (और) अनेक वर्णों से निर्मित शब्द-कुत्ता है।
गिर (वाणी, Vanee) स्त्रीलिंग – Gir (Vanee, Feminine) Streeling
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | गीः | गिरौ | गिरः |
द्वितीया | गिरम् | गिरौ | गिरः |
तृतीया | गिरा | गीाम् | गीर्भिः |
चतुर्थी | गिरे | गीाम् | गीर्यः |
पञ्चमी | गिरः | गीाम् | गीर्थ्यः |
षष्ठी | गिरः | गिरोः | गिराम् |
सप्तमी | गिरि | गिरोः | गीर्ष |
सम्बोधन | हे गीः! | हे गिरौ! | हे गिरः ! |
गिर शब्द रूप के विशेष- चन्द्रमस्, विहायस्, प्रचेतस्, सुमनस्, अप्सरस्, महौजस्, दुर्वासस्, आदि शब्दों के रूप ‘वेधस्’ शब्द के समान चलते हैं।