गच्छत् शब्द के रूप – Gachchhat Ke Shabd Roop In Sanskrit
गच्छत् शब्द रूप के: सप्तगोदावरी स्नात्वा नियतो नियताशन:। महापुण्यमप्राप्नोति देवलोके च गच्छति॥ गोदावरी भी लुप्तप्राय फ्रिंज-लिप हुए कार्प का एक घर है (लाबेयो फ़िम्ब्रिटस)।गोदावरी वाक्य के अन्दर उपस्थित पहचान-चिह्न कर्ता – ने (राम: गच्छति।) कर्म – को (to) (बालकः विद्यालयं गच्छति।) करण – से (by), द्वारा (सः हस्तेन खादति।) सम्प्रदान है।
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | गच्छन् | गच्छन्तौ | गच्छन्तः |
द्वितीया | गच्छन्तम् | गच्छन्तौ | गच्छन्तः |
तृतीया | गच्छता | गच्छ्द्भ्याम् | गच्छद्भिः |
चतुर्थी | गच्छते | गच्छद्भ्याम् | गच्छद्भ्यः |
पंचमी | गच्छतः | गच्छद्भ्याम् | गच्छद्भ्यः |
षष्ठी | गच्छतः | गच्छतोः | गच्छताम् |
सप्तमी | गच्छति | गच्छतोः | गच्छसु |
सम्बोधन | हे गच्छन् ! | हे गच्छन्तौ ! | हे गच्छन्तः ! |
गच्छत् (जाता हुआ), पुल्लिङ्ग (Gachchhat (Jaata Hai), Pulling) = Gachhat (Going), Pulling
गच्छत् शब्द के रूप: उदाहरण के लिए प्रातिपदिक (शब्द) में सुप् प्रत्यय लगाकर बने संख्या की कारक के अनुसार अर्थयुक्त तालिका आगे प्रस्तुत है-