श्चुत संधि - स्तो श्चुनाश्चु (Shchut Sandhi) - Shchut Sandhi ke Udaharan - (व्यंजन संधि - हल् संधि)
श्चुत्व संधि (Shchut Sandhi Sanskrit) – स्तो श्चुनाश्चुShchut Sandhi Sanskrit:श्चत्व सन्धि – “स्तोः श्चुना श्चः” सूत्र से जब सकार और तवर्ग (व्यंजन) (स, त्, थ्, द्, ध्, न्) वर्गों के पहले अथवा बाद में शकार और चवर्ग (श्, च्, छ्, ज, झ्, ञ्) वर्ण आते हैं, तब सकार एवं तवर्ग के स्थान पर श…
उत्व सन्धि - (Utv Sandhi) - (विसर्ग संधि) - Utv Sandhi ke Udaharan - संस्कृत व्याकरण
उत्व सन्धि – Utv Sandhi SanskritUtv Sandhi Sanskrit: उत्व सन्धि – ‘अतो रोरप्लुतादप्लुते।’ ह्रस्व अकार के सामने यदि ह्रस्व अकार हो, तो पूर्व के ह्रस्व अकार से आगे के रेफ के स्थान पर उकारादेश होता है। विसर्ग‘अः + अ’ इस स्थिति में विसर्ग के स्थान पर ओकार की मात्रा होती है तथा…
Kriya/Verb In Sanskrit - क्रिया की परिभाषा, भेद और उदाहरण – (संस्कृत व्याकरण)
क्रिया संस्कृत व्याकरण – Kriya/Verb In Sanskritक्र.सं.धातु क्रियापद (वर्तमान काल)अर्थ1. अट् अटति घूमता है2. अत् अतति घूमता है3. अ अर्चयति पूजा करता है4. अर्ज़ अर्जयति कमाता है5. अव + गम् अवगच्छति समझता है6. अधि + गम् अधिगच्छति प्राप्त करता है7. अनु + गम् अनुगच्छति पीछे पीछे…
Vilom Shabd In Sanskrit - विलोमार्थी शब्द की परिभाषा, भेद और उदाहरण – (संस्कृत व्याकरण)
Vilom Shabd In Sanskrit – विलोमार्थी शब्द, संस्कृत व्याकरणविलोमार्थी शब्द: विलोम किसी शब्द का विलोम शब्द उस शब्द के अर्थ से उल्टा अर्थ वाला होता है। शब्द विलोम संशय अच्छा बुरा राजा रंक या रानी या प्रजा पूर्ण अपूर्ण स्त्री शब्द करनेवाले शब्दों को विपरातार्थक शब्द (विलोम संस्कृत…
Samochcharit Shabd Evam Vaky Prayog In Sanskrit - समोच्चरित शब्द एवं वाक्य प्रयोग की परिभाषा, भेद और उदाहरण – (संस्कृत व्याकरण)
समोच्चरित शब्द एवं वाक्य प्रयोग – Samochcharit Shabd Evam Vaky Prayog In Sanskritसमोच्चरित शब्द–1. अशनायति – खाने की इच्छा करना – क्षुधातः अशनायति। अशनीयति – भोजन पाने की इच्छा करना – भिक्षुकः अशनीयति।2. अपजानीते – इन्कार करना – दुष्यन्तः स्वाभार्याम् अपजानीते। प्रतिजानी…
Duh Dhatu Roop In Sanskrit - दुह् (दूहना) धातु के रूप की परिभाषा, भेद और उदाहरण – (संस्कृत व्याकरण)
दुह् (दूहना) धातु के रूप – Duh Dhatu Roop In Sanskritदुह् (दूहना) धातु रूप: अंधो दूहों सिन्धी भाषा के विख्यात साहित्यकार अर्जन मीरचंदाणी ‘शाद’ द्वारा रचित एक कविता–संग्रह है जिसके लिये उन्हें सन् 1983 में सिन्धी भाषा के लिए साहित्य जानवरों को हाथ से दुहा जाता थ और इ…
Sheen Dhatu Roop In Sanskrit - शीङ् धातु के रूप की परिभाषा, भेद और उदाहरण – (संस्कृत व्याकरण)
शीङ् धातु के रूप – Sheen Dhatu Roop In Sanskritशीङ् धातु रूप: मंत्रालय, जो सरकारी अफसरों के आचरण व काम की निगरानी करता था। केन्द्र के नीचे “शिङ शङ”(प्रान्त) थे। चीन में स्थानीय प्रशासनिक इकाइयों के रूप में प्रान्तों था।शीङ् (-सोना, शयन करना) – Sheesh (-Sona, Shayan …
Shubh Dhatu Roop In Sanskrit - शुभ् धातु के रूप की परिभाषा, भेद और उदाहरण – (संस्कृत व्याकरण)
शुभ् धातु के रूप – Shubh Dhatu Roop In Sanskritशुभ् धातु रूप: शुभ का अर्थ होता है अच्छा। वृहस्पति और शुक्र शुभ ग्रह हैं। गोधूलि की शुभ बेला में विवाह सम्पन्न हुआ। शुभ कार्य करने के लिये वे सदैव तत्पर रहते हैं।शुभा मुद्गल भारत की एक प्रसिद्ध हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत, ख…
Vrat Dhatu Roop In Sanskrit - वृत् धातु के रूप की परिभाषा, भेद और उदाहरण – (संस्कृत व्याकरण)
वृत् धातु के रूप – Vrat Dhatu Roop In Sanskritवृत् धातु रूप: पहले 2 अंक मिलकर इस क्षेत्र में उपस्थित उपक्षेत्र या डाक वृतों में से किसी एक डाक वृत को दर्शातें हैं। पहले 3 अंक मिलकर जिले को दर्शाते हैं जबकि अंतिम में केवल भूमध्ये रेखा ही वृहत वृत (Great Circle) होत…
Daan/Yachchh Dhatu Roop In Sanskrit - दाण-यच्छ (देना) धातु के रूप की परिभाषा, भेद और उदाहरण – (संस्कृत व्याकरण)
दाण-यच्छ (देना) धातु के रूप – Daan/Yachchh Dhatu Roop In Sanskritदाण-यच्छ (देना) धातु रूप: को दाण, बिस्वा एवं मापा नामक शुल्क राज्य को देना पड़ता था। एक गाँव से दूसरे गाँव माल ले जाने के लिए ग्राम- पंचायतों को “”माना’ चुकाना पड़ता था। दाण व बिस्वा मुंबई की एक गैर…