Hindi Grammar
Viram Chinh (विराम चिन्ह) in Hindi - विराम चिन्ह के उदाहरण, परिभाषा, प्रकार और उनका प्रयोग
Viram Chinh in Hindi (विराम चिन्ह) – विराम का अर्थ है-रुकना या ठहरना। वक्ता अपने भावों व विचारों को व्यक्त करते समय वाक्य के अन्त में या कभी-कभी बीच में ही साँस लेने के लिए रुकता है, इसे ही विराम कहते हैं। इस प्रकार की रुकावट या विराम साँस लेने के अतिरिक्त अर्थ क…
Vatsalya Ras - वात्सल्य रस परिभाषा, भेद और उदाहरण : हिन्दी व्याकरण
Learn Hindi Grammar online with example, all the topic are described in easy way for education.Vatsalya Ras – वात्सल्य रस परिभाषावात्सल्य रस का सम्बन्ध छोटे बालक-बालिकाओं के प्रति माता-पिता एवं सगे-सम्बन्धियों का प्रेम एवं ममता के भाव से है। हिन्दी कवियों में सूरद…
Shanta Rasa - शान्त रस परिभाषा, भेद और उदाहरण : हिन्दी व्याकरण
Learn Hindi Grammar online with example, all the topic are described in easy way for education.Shanta Rasa – शान्त रस परिभाषाअभिनवगुप्त ने शान्त रस को सर्वश्रेष्ठ माना है। संसार और जीवन की नश्वरता का बोध होने से चित्त में एक प्रकार का विराग उत्पन्न होता है परिणामत…
Adbhut Ras - अद्भुत रस परिभाषा, भेद और उदाहरण : हिन्दी व्याकरण
Adbhut Ras – अद्भुत रस परिभाषाअलौकिक, आश्चर्यजनक दृश्य या वस्तु को देखकर सहसा विश्वास नहीं होता और मन में स्थायी भाव विस्मय उत्पन्न होता है। यही विस्मय जब विभाव, अनुभाव और संचारी भावों में पुष्ट होकर आस्वाद्य हो जाता है, तो अद्भुत रस उत्पन्न होता है। उदाहरण-“अम्बर में कुन्…
वीप्सा अलंगकार - Vipsa Alankar परिभाषा, भेद और उदाहरण - हिन्दी
Learn Hindi Grammar online with example, all the topic are described in easy way for education.वीप्सा अलंगकारवीप्सा अलंगकार परिभाषाआदर, घबराहट, आश्चर्य, घृणा, रोचकता आदि प्रदर्शित करने के लिए किसी शब्द को दुहराना ही वीप्सा अलंकार है। जब किसी कथन में अत्यन्त आदर क…
Hindi Grammar - हिन्दी व्याकरण (Vyakaran)
Hindi Grammar (हिन्दी व्याकरण): Hindi Grammar is the most important part to learn the Hindi language fluently. So, every student should have proper Hindi Vyakaran skills to express their views, feelings, and to understand other’s thoughts parallel. However…
Bahuvrihi Samas - बहुव्रीहि समास - परिभाषा, उदाहरण, भेद, सूत्र, अर्थ
Learn Hindi Grammar online with example, all the topic are described in easy way for education.बहुव्रीहि समास की परिभाषाजिस समास में कोई पद प्रधान न होकर (दिए गए पदों में) किसी अन्य पद की प्रधानता होती है। यह अपने पदों से भिन्न किसी विशेष संज्ञा का विशेषण है।…
Roopak Alankar - रूपक अलंकार, परिभाषा उदाहरण अर्थ हिन्दी एवं संस्कृत
Learn Hindi Grammar online with example, all the topic are described in easy way for education.रूपक अलंकारजब उपमेय पर उपमान का निषेध-रहित आरोप करते हैं, तब रूपक अलंकार होता है। उपमेय में उपमान के आरोप का अर्थ है–दोनों में अभिन्नता या अभेद दिखाना। इस आरोप म…
Utpreksha Alankar - उत्प्रेक्षा अलंकार, परिभाषा उदाहरण अर्थ हिन्दी एवं संस्कृत
Learn Hindi Grammar online with example, all the topic are described in easy way for education.उत्प्रेक्षा अलंकारजहाँ उपमेय में उपमान की संभावना का वर्णन हो, वहाँ उत्प्रेक्षा अलंकार होता है। उत्प्रेक्षा के वाचक पद (लक्षण) :यदि पंक्ति में ज्यों, मानो, जानो, इव, मनु, ज…
विसर्ग संधि - संस्कृत व्याकरण (Visarg Sandhi - Sanskrit Vyakaran)
विसर्ग संधि – संस्कृत व्याकरण (VISARG SANDHI – SANSKRIT)जब विसर्ग के स्थान पर कोई भी परिवर्तन होता है, तब उसे विसर्ग – सन्धि कहा जाता है।सत्व सन्धिउत्व सन्धिविसर्ग का रेफ (रुत्व सन्धि)विसर्ग का लोप (लोप सन्धि)(1) सत्व – सन्धि – ‘विसर्जनीयस्य सः।’ यदि विसर्ग के सामने खर् वर्ण (…