अप् शब्द के रूप – AP Shabd Roop In Sanskrit
अप् शब्द रूप: बहुविकल्पी शब्द)वर्णों से बनी हुई स्वतंत्र सार्थक ईकाई ही’शब्द’कहलाते है। जैसे- एक वर्ण से निर्मित शब्द- न (नहीं) व (और) अनेक वर्णों से निर्मित शब्द-कुत्ता
अप् (आप् = जल, Aap = Jal) स्त्रीलिंग – Ap (Aap = Jal, you = water) Streeling
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
प्रथमा | x | x | आपः |
द्वितीया | x | x | अपः |
तृतीया | x | x | अद्भिः |
चतुर्थी | x | x | अद्भ्यः |
पञ्चमी | x | x | अद्भ्यः |
षष्ठी | x | x | अपाम् |
सप्तमी | x | x | अप्सु |
सम्बोधन | x | x | हे आपः |
अप् शब्द रूप के विशेष- ‘अप्’ शब्द स्त्रीलिंग और नित्य बहुवचनान्त है। उदाहरण के लिए प्रातिपदिक (शब्द) में सुप् प्रत्यय लगाकर बने पदों की कारक के अनुसार अर्थयुक्त तालिका आगे प्रस्तुत है-